नोएडा। चुनावी मौसम में पुलिस की सक्रियता रंग लाई। कोतवाली फेज-3 और थाना सेक्टर-24 की पुलिस ने चेकिंग के दौरान दो वैन में जा रही 1.68 करोड़ की नकदी पकड़ी। पुलिस ने उसे जब्त कर लिया है। अभी उसकी गिनती चल रही है और रकम इससे भी अधिक हो सकती है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह रकम कहां से आ रही थी और कहां जा रही थी। इस रकम का मालिक कौन है।
सेक्टर-14ए स्थित कंट्रोल रूम में गुुरुवार को हुई प्रेस कान्फ्रेंस में एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि कोतवाली फेज-3 की पुलिस चेकिंग कर रही थी। उसी दौरान बैन आती दिखाई दी। पुलिस ने उसे जांच के लिए रोका। तलाशी के दौरान उसमें लोहे के दो बड़े बाक्स दिखे। उसे जब खोलकर देखा तो उसमें 1.68 करोड़ रुपये बरामद हुए। पुलिस ने वैन के चालक और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ की जा रही है, लेकिन वह रुपये के मालिक का नाम पता नहीं बता पा रहा है। पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है। उन्होंने बताया कि रुपयों की गिनती अभी चल रही है। संभावना है कि यह रकम 1.68 करोड़ से अधिक हो सकती है।
एसएसपी ने बताया कि 1.68 करोड़ रुपये की बरामदगी के बाबत इंकम टैक्स डिपार्टमेंट को जानकारी दे दी गई है। अब इंकम टैक्स विभाग और पुलिस संयुक्त रूप से मामले की जांच करेगी। उन्होंने बताया कि चुनाव के मद्देनजर सभी गाड़ियों की सघन चेकिंग की जा रही है। उसी दौरान उस वैन को जांच के लिए रोका गया। यह वाहन देखने में ठीक वैसा है, जैसी एटीएम में कैश अपलोड करने वाली वैन होती है। उन्होंने बताया कि रिजर्व बैंक की गाइड लाइन के मुताबिक वैन न होने पर शक गहराया और उसकी सघन तलाशी ली गई तो यह रकम बरामद हुई।
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि थाना सेक्टर-24 की पुलिस चेकिंग कर रही थी। उसी दौरान एक कैश दिखाई दी। उसमें सीसीटीवी कैमरे नहीं थे। हूटर भी नहीं था। कैश वैन में जीपीएस और फायर सुरक्षा के साथ ही गार्ड भी नहीं था। इससे पुलिस को शक हो गया। पुलिस ने जब उसकी तलाशी ली तो उसमें से 24 लाख रुपये की नकदी बरामद हुई। पुलिस ने गाजियाबाद के साहिबाबाद निवासी कैश वैन के ड्राइवर भूर्पेन्द्र सिंह पुत्र सुखवीर सिंह, कम्पनी के 02 कर्मचारी खोड़ा कालोनी निवासी अविनाश पुत्र सुरेन्द्र सिंह, नोएडा के सेक्टर-12 निवासी प्रेम सिंह रावत पुत्र गोपीचंद सिंह, 02 गनमैन खोड़ा कालोनी निवासी केसराम पुत्र रामकिशन, और साहिबाबाद निवासी दिनेश पुत्र रामप्रकाश को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान पकडेÞ गए लोगों ने बताया कि यह कैश वैन सीएमएस कम्पनी की है जो बिशनपुरा से निठारी एटीएम में पैसा डालने जा रहे थे। इस कैश वैन के संचालन के सम्बन्ध में रिजर्व बैंक आफ इंडिया द्वारा निर्गत गाइड लाईन के काफी कमियां उजागर हुई हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी रेगुलेशन एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। इस मामले में अभी आगे भी जांच की जा रही है।