पोलिंग सेंटर वाले सभी स्कूलों में फायर की मॉक ड्रिल करने का आदेश
fire department ke liye sirdard bana chunav aayog ka farman
– सुबोध कुमार –
नोएडा। चुनाव आयोग का एक निर्देश यहां फायर डिपार्टमेंट के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है। प्रदेश मुख्यालय से भी इस बात के आदेश आ गए हैं कि जिन स्कूलों में पोलिंग सेंटर बनाए गए हैं, उनमें मतदान से पहले फायर की मॉक ड्रिल कराई जाए।
गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र में 1500 से अधिक पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। इनमें अधिकतर स्कूलों में हैं। पूर्व के वर्षों में हुए चुनावों में भी ज्यादातर सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में ही पोलिंग सेंटर बनाए गए थे। इस सीट पर पहले चरण यानि 11 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। अब 29 दिन के भीतर जिलेभर के स्कूलों में बने पोलिंग सेंटरों पर मॉक ड्रिल कराने के फरमान से फायर डिपार्टमेंट परेशान है। उनके पास न तो इतने संसाधन हैं, और न ही पर्याप्त स्टाफ।
चुनाव का बिगुल बजने के बाद 18 अप्रैल तक इस सीट पर सभी दलों के प्रत्याशियों का ऐलान होने की संभावना जताई जा रही है। प्रत्याशियों की घोषणा के बाद हर पार्टी के बड़े नेताओं के आने-जाने का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा। नियमानुसार, किसी वीवीआईपी कार्यक्रम के लिए फायर टेंडर के साथ डिपार्टमेंट के अधिकारियों और कर्मचारियों का होना जरूरी होता है। ऐसे में पोलिंग सेंटर पर तय समय के भीतर मॉक ड्रिल हो जाएगा, इसमें संदेह है।
जानकार चुनाव आयोग के इस आदेश पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि अभी स्कूलों में परीक्षा चल रही है। अगर अभी मॉक ड्रिल कराया भी गया तो वहां स्कूल के बच्चे और शिक्षक ही मौजूद होंगे। जबकि मतदान के समय पोलिंग सेेंटर पर पोलिंग पार्टियां और सुरक्षा बलों के जवान मौजूद रहेंगे। ऐसे में मॉक ड्रिल की उपयोगिता क्या होगी।
चीफ फायर आफिसर अरुण कुमार सिंह ने बताया कि उनके पास प्रदेश मुख्यालय से मॉक ड्रिल करने का आदेश आया है। लेकिन, इतने कम समय में काम पूरा होना संभव नहीं दिख रहा है। इसलिए प्रदेश के सीनियर आफसरों को पत्र भेजकर इस बात की मंजूरी मांगी गई है कि एक स्थान निर्धारित कर वहां संयुक्त रूप से कई स्कूलों के लिए मॉक ड्रिल किया जाए। इससे कम समय में अधिक से अधिक स्कूलों को कवर करना संभव हो पाएगा।