देश की सेनाएं मोदी की निजी संपत्ति नहीं : राहुल

कांग्र्रेस अध्यक्ष ने कहा, 2019 में भाजपा की हार तय

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भाजपा पर हमलावर तेवर अपनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार तय है। आधे से ज्यादा चुनाव खत्म हो गया है और साफ है कि मोदी जी हार रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि देश की सेनाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी संपत्ति नहीं है।

शनिवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने कहा कि सेना, वायुसेना और नौसेना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी संपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि मोदी जी कहते हैं कि कांग्रेस के शासनकाल में सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई। ऐसा कहकर वह सेना का अपमान करते हैं। राहुल ने कहा, ‘राफेल मामले में चौकीदार ने 30 हजार करोड़ चोरी किए। मैंने सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगी है। मगर ‘चौकीदार चोर है’ नारा सच्चाई है। मैं भाजपा और नरेंद्र मोदी से माफी नहीं मांगता। मैंने सिर्फ सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगी, क्योंकि गलती हो गई थी।’ देश की जनता पूछना चाहती है कि मोदी जी बेरोजगारी के वादे का क्या हुआ? हमारे मैनिफेस्टो में पहला चैप्टर इसी बारे में है। मोदी जी इस बारे में कुछ नहीं कहते, क्योंकि उनके पास कोई योजना नहीं है। भ्रष्टाचार पर क्या हाल है, आज कहीं भी कह दो चौकीदार, तो आवाज आती है चोर है।

राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव में हार मोदी के चेहरे पर दर्ज है। उन्हें लगता है कि सेना उनकी है। यह सर्जिकल स्ट्राइक मोदी जी ने नहीं किए, बल्कि सेना ने किए हैं। हम सेना का राजनीतिकरण नहीं करते। प्रधानमंत्री में इतनी समझ होनी चाहिए कि आर्मी का अपमान न करें।
कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक, ‘मुझे भाजपा का कोई अभियान नहीं दिखता। मुझे एक डरा हुआ प्रधानमंत्री दिखता है, जिसे लगता है कि वे चुनाव जीत लेंगे। जब उनसे बेसिक सवाल पूछे जाते हैं, बेरोजगारी पर तो उनके पास सीप्लेन मॉडल होता है। वे सवालों से भागते हैं।’

राहुल ने कहा, ‘मसूद अजहर को पाकिस्तान किसने भेजा। वो पाकिस्तान पहुंचा कैसे? किस सरकार ने आतंकियों के सामने झुककर वापस भेजा? कांग्रेस ने तो ऐसा नहीं किया। भाजपा कॉम्प्रोमाइज करती है। आतंकवाद बड़ा मुद्दा है। इससे पूरी सख्ती से निपटा जाना है। हम मोदी जी से भी ज्यादा सख्ती से आतंकवाद से निपटेंगे। लेकिन, देश में इससे भी बड़े मुद्दे किसानी, बेरोजगारी और कर्ज का है।’

Leave A Reply