साइबर पुलिस के सेक्सटॉर्शन गैंग का किया भंडाफोड़,दो नाबालिग सहित 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार

साइबर पुलिस के सेक्सटॉर्शन गैंग का किया भंडाफोड़,दो नाबालिग सहित 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार

साइबर पुलिस के सेक्सटॉर्शन गैंग का किया भंडाफोड़,दो नाबालिग सहित 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार

रिपोर्ट: रवि डालमिया

शाहदरा जिला की साइबर पुलिस के सेक्सटॉर्शन गैंग का भंडाफोड़ किया है . पुलिस ने इस गैंग में शामिल दो नाबालिग सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है .

डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि 67 वर्षीय शिकायतकर्ता ने शिकायत दर्ज कराई कि 18/02/23 को उन्हें एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप वीडियो कॉल मिली जिसमें एक लड़की अश्लील हरकत कर रही थी . कुछ समय बाद, शिकायतकर्ता को जबरन वसूली के फोन आने लगे. कुछ लोगों ने उन्हें साइबर पुलिस स्टेशन एसएचओ के रूप में पेश किया और यह कहते हुए पैसे देने के लिए कहा कि पैसे ट्रांसफर नहीं किया जाता है तो नग्न वीडियो को सोशल मीडिया पर प्रसारित करेंगे.उसके बाद दबाव के चलते शिकायतकर्ता ने कुल 13 लाख 70 हजार रुपये धोखेबाज के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए.उनकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई थी.

इस मामले में साइबर थाने के एसएचओ संजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार, पुलिस अधीक्षक अवधेश, हेड कांस्टेबल दीपक, विकास, एचसी राजदीप, कॉन्स्टेबल, सीटी सौरभ की एक टीम का गठन किया गया. टीम ने सीडीआर और व्हाट्सएप चैट से जानकारी एकत्र की . जिस बैंक के अकाउंट से पैसे ट्रांसफर किए गए थे उसकी जानकारी ली गई। विश्लेषण और तकनीकी सबूतों के माध्यम से जिला में कई छापे मारे गए और दो नाबालिग सहित 5 आरोपियों को पकड़ लिया गया .

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि वे पीड़ितों को व्हाट्सएप वीडियो कॉल और मैसेंजर कॉल करते थे और दूसरे मोबाइल फोन का उपयोग करके लड़की का अश्लील वीडियो दिखाना शुरू कर देते थे और पीड़ित को भी ऐसा करने के लिए उकसाते थे और उस वीडियो कॉल की स्क्रीन रिकॉर्ड कर लेते.

इसके बाद गैंग में से एक व्यक्ति खुद को साइबर पुलिस स्टेशन का एसएचओ बताते हुए पीड़ित को फोन करता था कि लड़की ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज की है और उसके बाद एक अन्य व्यक्ति पीड़ित को यह धमकी देकर फोन करता था कि वे पीड़िता के कथित वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे और इससे बचने के लिए उनसे पैसे ऐंठते थे .

अपराध करने के लिए उन्होंने पश्चिम बंगाल से सिम, मोबाइल फोन खरीदे और अन्य सह-आरोपी व्यक्तियों की मदद से धोखाधड़ी के पैसे लेने के लिए बैंक खातों का प्रबंधन किया . पीड़ित को धमकी देने के लिए वे फोन नंबरों से कॉल करते थे और खुद को साइबर एसएचओ विक्रम राठौर और संजय बताते थे ..
आरोपियों ने बताया कि वे अधिक उम्र के लोगों को निशाना बनाते थे क्यो की इस उम्र के ज्यादातर लोग लोकलाज की वजह से शिकायत नहीं दर्ज कराते है।

आरोपी की पहचान राहुल, अरमान, आजाद और अन्य दो नाबालिक को भी गिरफ्तार किया गया है।इनके पास से अपराध में इस्तेमाल किए गए 6 मोबाइल फोन ,अपराध में इस्तेमाल किए गए 7 सिम कार्ड बरामद किए गए है , इसके साथ ही बैंक अकाउंट में 40 लाख रुपये फ्रिज किये गए हैं। आरोपी इस तरह की वारदात 3 से 4 महीने में इसी तरीके धोखाधड़ी कर लिया था .शुरुवाती जांच में 20 से अधिक पीड़ितों का पता लगाया जा चुका जिन्होंने इनके खातों में पैसे का भुगतान किया है।इसके अलावा नाबालिक आरोपियों उन पीड़ितों का पता लगाते थे जिसे आसानी से टारगेट में लिया जा सकता है उसके लिए अलग-अलग सोशल एप से डेटा निकालते थे .

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