दिल्ली क्राइम: सेक्सटॉर्शन गिरोह ने रिटायर्ड कमांडेंट से की पौने दो करोड़ की ठगी, तीन गिरफ्तार

दिल्ली क्राइम: सेक्सटॉर्शन गिरोह ने रिटायर्ड कमांडेंट से की पौने दो करोड़ की ठगी, तीन गिरफ्तार

रिपोर्ट: राकेश रावत

सेक्सटॉर्शन गिरोह चलाने वाले जालसाजों ने एक आइटीबीपी के रिटायर्ड कमांडेंट से अश्लील वीडियो को वायरल करने की धमकी के नाम पर पौने दो करोड़ की ठगी की है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपियों की पहचान जरीफ निवासी भरतपुर, नीरज निवासी मथुरा और अजीत निवासी मथुरा के रूप में हुई है.

क्राइम ब्रांच के स्पेशल कमिश्नर रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि क्राइम ब्रांच के इंटर स्टेट सेल को सूचना मिली थी कि आईटीबीपी के एक रिटायर्ड कमांडेंट ने मामला दर्ज करवाया था. जिसमें उन्होंने शिकायत की थी कि उनके व्हाट्सएप पर एक महिला ने विभिन्न सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी दी थी. उसके बाद उन्हें एक व्यक्ति का फोन आया जिसने खुद को क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर बताया और सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो को ब्लॉक करने के बहाने पैसे वसूले. बाद में उन्हें सेक्सटॉर्शन गिरोह के लोगों ने बताया कि फोन करने वाली पीड़ित लड़की ने राजस्थान में आत्महत्या कर ली है. इसके बाद मामला अब पेचीदा हो गया है और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा. इस हत्या के मामले को सुलझाने के लिए उन्होंने कई बार रिटायर्ड कमांडेंट से पैसे की मांग की.

आरोपियों ने पीड़ित कमांडेंट से 1 करोड़ 80 लाख रुपए की रकम वसूल की थी. जब बार-बार वह पैसे की मांग करने लगे तब कमांडेंट ने पुलिस में इसकी शिकायत की. इस मामले को सुलझाने के लिए क्राइम ब्रांच के इन्स्पेक्टर शिवराज सिंह बिष्ट के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. पुलिस टीम ने जांच के दौरान 200 से ज्यादा मोबाइल फोन का विश्लेषण किया और विभिन्न बैंकों के 20 से अधिक खातों का विवरण प्राप्त किया. बैंक खाते के विवरण के अनुसार पीड़ित से 1 करोड़ 80 लाख रुपए की उगाई की गई थी. जांच के दौरान पुलिस को मोबाइल नंबर भरतपुर और मथुरा से ऑपरेट करते पाए गए. पुलिस टीम ने राजस्थान के भरतपुर और उत्तर प्रदेश के मथुरा में छापेमारी कर के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों की पहचान जरीफ निवासी भरतपुर, नीरज निवासी मथुरा और अजीत सिंह निवासी मथुरा के रूप में हुई. पूछताछ के दौरान नीरज और अजीत ने बताया कि वे एक ही गांव के रहने वाले हैं. गिरोह के लोगों ने उनसे संपर्क किया और दोनों के बैंक खाते खुलवाएं.

उन बैंक खातों में ही 1 करोड़ 80 लाख रुपए की रकम ट्रांसफर की गई थी. जरीफ इस गिरोह का मास्टरमाइंड है और उसने आसानी से पैसा कमाने के लिए ऑनलाइन ठगी करना शुरू किया. उसने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर लगभग एक करोड़ 80 लाख की रंगदारी वसूली. उसने ही यूट्यूब अधिकारी होने का नाटक करते हुए पीड़ित कमांडेंट से बात की थी. उगाही के पैसे से उसने एक थार जीप, एक प्लॉट और खेती की जमीन खरीदी है. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक थार जीप बरामद की है. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.

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