नवरात्रि के पहले दिन बद्री भगत झण्डेवाला देवी मंदिर में लगा भक्तो का ताँता,जाने मंदिर की मान्यता

नवरात्रि के पहले दिन बद्री भगत झण्डेवाला देवी मंदिर में लगा भक्तो का ताँता,जाने मंदिर की मान्यता

नवरात्रि के पहले दिन बद्री भगत झण्डेवाला देवी मंदिर में लगा भक्तो का ताँता,जाने मंदिर की मान्यता

रिपोर्ट: हेमंत कुमार

बद्री भगत झण्डेवाला देवी मंदिर का समस्त प्रबंध सन 1944 में स्थापित “बद्री भगत झंडेवाला टेम्पल सोसायटी” द्वारा किया जाता है। उस समय सोसायटी के प्रमुख का कार्य ब्रह्म लीन श्री नवीन कपूर जी की देखरेख में आरम्भ हुआ था जो कि बद्री भगत जी के वंशज है । सोसायटी के अन्य न्यासी समाज के विभिन्न वर्गों से मनोनमीत किये गए गणमान्य जन हैं। जिन्हें धार्मिक एवं सामजिक कार्यों का सफल अनुभव प्राप्त है। मंदिर का प्रबंधन मंत्री पद पर आसीन माननीय अधिकारी की देखरेख में चलता है जिनकी सहायता के लिए एक अतिरिक़्त मंत्री, एक कोषाध्यक्ष एवं एक अतिरिक़्त प्रबंधक भी कार्यरत है जो मंदिर न्यास के न्यासी भी हैं । उनकी सहायता के लिए मंदिर परिसर में एक कार्यालय भी है जिसमें लेखा जोखा विभाग, जन संपर्क अधिकारी, कार्यालय कर्मी, कई अर्चक व अन्य कर्मचारी हैं ।

झण्डेवाला देवी मन्दिर मुख्यत: माता का मन्दिर है, इस लिये नियमित एवम् नवरात्रों में देश विदेश से लाखों भगत माँ का दर्शन कर अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिये माँ से प्राथर्ना करने आते है। नवरात्र इतना बड़ा पर्व है कि इस का संचालन करना अपने आप में एक चुनौतीा भरा कार्य होता है। इस के सुचारू संचालन के लिये मंदिर की सभी व्यवस्थाओं का उत्तर दायित्व मेला प्रमुख के आधीन होता है जो अपने आधीन आने वाले सभी विभाग के सभी कार्यो के लिये उत्तरदायी होता है। सुचारू रूप से व्यवस्था बनाए रखने की दृष्टि से यह कार्य निम्नलिखित विभागों में बांटा गया है।

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