समर्थन और विरोध के दलदल में फंसे कांग्रेस प्रत्याशी
दो फाड़ में है संगठन, मनाने की कोशिश अब तक नाकाम
– सुबोध कुमार
नोएडा। कांग्रेस के प्रत्याशी डॉ. अरविंद सिंह को भले ही गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट से पार्टी ने टिकट दे दिया है, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद पार्टी संगठन के नेता अब भी रूठे हुए हैं। हां, कुछ ने जरूरी उनके समर्थन में आवाज बुलंद की है। प्रत्याशी को लेकर यहां कांग्रेस दो धड़ों में बंटी नजर आ रही है। मसलन, कांग्रेस के ये चुनावी योद्धा समर्थन और विरोध के दलदल में फंस से गए हैं।
मंगलवार को डॉ. अरविंद सिंह सेक्टर-53 स्थित महानगर कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और पार्टी के स्थानीय नेताओं के साथ बातचीत की। वहां भी कुछ वरिष्ठ नेताओं ने उनका विरोध किया, लेकिन बंद कमरे में। हालांकि संगठन के नेताओं के साथ जो सभा हुई, उसमें सभी ने उनका सहयोग कर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प लिया। यहां भी नेता दो धड़ों में नजर आए। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने तो बंद कमरे में प्रभारी चयनिका उनियाल के सामने अपना विरोध दर्ज कराया और वहां से निकल गए। रुठों को मनाने की कोशिश यहां 50-50 ही रही।
नोएडा के बाद डॉ. अरविंद का काफिला ग्र्रेटर नोएडा की ओर रवाना हुआ। वहां जिला कार्यालय पर पहुंचते ही विरोध में नारे बुलंद हो गए। कई वरिष्ठ नेताओं ने तो यहां तक कह दिया कि इस प्रत्याशी के समर्थन का प्रश्न ही पैदा नहीं होता है। वहां पर भी रूठे कार्यकर्ताओं और नेताओं को मनाने के लिए प्रभारी चयनिका उनियाल आगे आई। माइक पर उन्होंने सोनिया, राहुल और प्रियंका का हवाला देकर उन्हें शांत कराने और गुस्सा थूकने की अपील की, लेकिन उसका कोई खास असर देखने को नहीं मिला। वहां भी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नोएडा के एक वरिष्ठ नेता की तरह ही मुखर होकर विरोध किया। मसलन, ग्रेटर नोएडा में भी संगठन के नेता दो धड़ों में बंटे नजर आए।
गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट के मतदाताओं के लिए अंजान कांग्रेस प्रत्याशी की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। क्योंकि पार्टी संगठन के नेता उनके समर्थन और विरोध के मुद्दे पर एकमत नहीं हैं। पार्टी में फूट और प्रत्याशी का मुखर विरोध शुभ संकेत नहीं है।