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गाजियाबाद के ईंट भट्ठा व्यापारी की अपहरण के बाद हत्या, दोस्त ने मारकर मेरठ में दफनाया

गाजियाबाद के ईंट भट्ठा व्यापारी की अपहरण के बाद हत्या, दोस्त ने मारकर मेरठ में दफनाया

अमर सैनी

गाजियाबाद।गाजियाबाद के एक ईंट भट्ठा व्यापारी की अपहरण के बाद उसकी हत्या कर दी गई। वारदात को उसके दोस्त ने ही अंजाम दिया है। आरोपी ने हत्या के बाद शव को मेरठ के सिवाया गांव के पीछे आरोपी ने गड्ढे में दबा दिया। घटना के बाद आरोपी मृतक के परिजनों के साथ व्यापारी की तलाश में जुटा रहा। बस एक चूक होने के बाद पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ शुरू की तो हत्याकांड का पर्दाफाश हो गया। आरोपी की निशानदेही पर नंद ग्राम पुलिस ने दौराला पुलिस को साथ लेकर सिवाया गांव से शव बरामद कर लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताया जा रहा है कि आरोपी ने 40 हजार रुपये को लेकर व्यापारी की हत्या की थी।
गाजियाबाद के थाना नंद ग्राम के गांव सिकरोड़ निवासी देवेंद्र शर्मा भट्ठा व्यापारी है। उनके दो बेटी और एक बेटा योगेंद्र उर्फ गोलू (24) है। देवेंद्र ने बताया कि बेटा सिकरोड रोड पर डीके ट्रेडर्स के नाम से ऑफिस चलाता था। बीती 1 मई को वह ऑफिस बंद कर घर के लिए निकला, लेकिन योगेंद्र घर नहीं पहुंचा। काफी तलाश के बाद भी योगेंद्र का सुराग नहीं लगने पर परिजनों ने नंद ग्राम थाने पर गुमशुदगी दर्ज कराई। आरोपी विकास निवासी अजराड़ा जिला हापुड़ ने पुलिस को गुमराह करते हुए कहा कि योगेंद्र उसके गैराज में बाइक खड़ी करके चला गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। पुलिस लगातार योगेंद्र की तलाश करती रही। इस बीच परिजनों ने आरोपी विकास पर शक जाहिर किया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी की निशानेदही पर शव बरामद कर लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, नंदग्राम पुलिस आरोपी को साथ लेकर वापस लौट गई।

हत्या के बाद मृतक के परिजनों के साथ घूमता रहा
हत्या के बाद आरोपी विकास ने योगेंद्र की बाइक अपने गैराज में खड़ी की और मोबाइल कहीं फेंक दिया। परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई तो विकास परिजनों के साथ ही योगेंद्र की तलाश में घूमता रहा। विकास घर से लेकर थाने में उनके साथ रहा। शक होने पर परिजनों के कहने पर पुलिस ने विकास को हिरासत में लिया। पहले तो बार बार विकास बयान बदलता रहा। सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और हत्या की बात कबूल की।

ओला में योगेंद्र को बेहोश कर की हत्या
आरोपी विकास ने बताया कि उसने अपहरण से पहले ओला बुक की। इसके बाद योगेन्द्र का अपहरण कर लिया। पुलिस ने ओला को कब्जे में ले लिया। बताया गया है कि पुलिस ने ओला से कुछ नशीली वस्तु और लोहे की रॉड बरामद की है। संभवत आरोपी ने नशीली दवाएं देकर योगेंद्र को बेहोश किया और फिर उसकी हत्या की।

पिता बोले-40 हजार रुपये नहीं कारण कुछ ओर
पिता देवेंद्र ने बताया कि योगेंद्र ने विकास को अपना गैराज किराय पर दिया था। 40 हजार तो विकास ने किस्तों में दे दिए, लेकिन 40 हजार अभी बकाया थे। योगेंद्र लगातार पैसों को लेकर तकादा कर रहा था। इसी कारण योगेंद्र की हत्या की गई। लेकिन, परिजन इस कारण को मानने के लिए तैयार नहीं है। परिजनों का कहना है कि 40 हजार को लेकर हत्या नहीं हुई, कारण कुछ ओर है। विकास शुरू से ही सभी को गुमराह कर रहा था।

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