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चाइल्ड पीजीआई बनेगा बोन मैरो ट्रांसप्लांट का रेफरल केंद्र

चाइल्ड पीजीआई बनेगा बोन मैरो ट्रांसप्लांट का रेफरल केंद्र

अमर सैनी

नोएडा। चाइल्ड पीजीआई जल्दी ही बच्चों में बोनमैरो ट्रांसप्लांट का रेफरल केंद्र बनेगा। इसके लिए आठ चैंबर की एक यूनिट माह के अंत तक तैयार होगी। इससे बोनमैरो ट्रांसप्लांट के लिए प्रतीक्षा का समय भी घट जाएगा। शनिवार को चाइल्ड पीजीआई में आयोजित थैलेसीमिया दिवस कार्यक्रम में वीडियो संदेश के जरिए मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने इसकी जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि पिछले कुछ साल में प्रदेश में थैलेसीमिया रोगियों की देखभाल में अच्छी प्रगति हुई है। चाइल्ड पीजीआई नोएडा न केवल पूरे प्रदेश के बच्चों की देखभाल कर रहा है, बल्कि उत्तर भारत के कई राज्यों के लिए भी रेफरल केंद्र बन गया है। जल्दी ही यहां थैलेसीमिया के मरीजों के बोनमैरो ट्रांसप्लांट की क्षमता बढ़ जाएगी। नया सेंटर यहां जल्द ही क्रियाशील होगा। आयोजन में 150 से अधिक थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे और उनके परिजन शामिल हुए। बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में हर्ष मंगला, निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और केंद्र सरकार की जनजातीय मामलों की सलाहकार विनीता श्रीवास्तव के अलावा संस्थान के निदेशक प्रो. अरुण कुमार सिंह, हेमेटोलॉजी ऑन्कोलॉजी की विभागाध्यक्ष डॉ. नीता राधाकृष्णन, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सिल्की जैन मौजूद रहे।

इनको किया गया सम्मानित

संस्थान ने थैलेसीमिया के क्षेत्र में जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं शोभा तुली (थैलेसीमिया इंडिया), डॉ. जेएस अरोड़ा (नेशनल थैलेसीमिया वेलफेयर सोसाइटी), डॉ. जेबी सरदाना (थैलेसीमिया सोसाइटी बरेली), जितेंद्र परुथी (वंशिका थैलेसीमिया सोसाइटी) और मंजू सिंह (परामर्शदाता, थैलेसीमिया सेवाएं, पीजीआईसीएच) को भी उनके काम के लिए सम्मानित किया। अजीत भाटिया ने कठपुतली शो से जागरूकता पैदा की।

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