बुलंदशहर में विदेशी फलों की खेती कर आर्थिक रूप से संपन्न हो रहे किसान

बुलंदशहर में विदेशी फलों की खेती कर आर्थिक रूप से संपन्न हो रहे किसान

बुलंदशहर में विदेशी फलों की खेती कर आर्थिक रूप से संपन्न हो रहे किसान

रिपोर्ट: अवनीश त्यागी

प्रधानमंत्री के “किसानों की आमदनी दोगुना करने”के मिशन को साकार करने और अपनी डेली अर्निंग बढ़ाने के लिए बुलंदशहर के किसान सामान्य खेती के साथ अब विदेशी फलों की खेती भी कर रहें है।

आम उत्पादन के लिए मशहूर स्याना फल पट्टी क्षेत्र के कई किसान सामान्य खेती से अलग हटकर ड्रैगन फ्रूट,स्ट्रॉबेरी, अवाकाडो जैसे महंगे फलों का उत्पादन कर रहे हैं।

गांव ईशनपुर के पुष्पेंद्र सिंह, नेकपाल, खान चंद और गांव किसौला के सतेन्द्र त्यागी, प्रिंस त्यागी , विनोद त्यागी अपने खेतों में विदेशी फल ड्रैगन फ्रूट की खेती कर किसान ने नया आयाम स्थापित कर दिया है।ऑर्गेनिक खेती में पदमश्री अवार्ड प्राप्त भारत भूषण त्यागी ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट कैक्टस प्रजाति का पौधा है।

पौधे लगाने के डेढ़ से 2 वर्ष के भीतर फल आने शुरू हो जाते हैं। पदम श्री ने बताया कि किसने की आमदनी बढ़ाने के लिए ड्रैगन फ्रूट और स्ट्रॉबेरी की खेती अच्छा साधन है। किसानों को ड्रैगन फ्रूट की खेती से एक सीजन में प्रति हेक्टेयर 5 से 6 लाख रुपए की अर्निंग हो सकती है।

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