किसानों ने प्राधिकरण कार्यालय पर किया प्रदर्शन, मिला आश्वासन
प्राधिकरण की ओर जाते समय पुलिस ने रोका
नोएडा: कई मांगों को लेकर सेक्टर 6 स्थित नोएडा प्राधिकरण कार्यालय पर प्रदर्शन करने जा रहे किसानों को पुलिस ने रास्ते में ही रोक लिया। नोएडा जोन एडीसीपी ने किसानों को समझाने का भी प्रयास किया। लेकिन किसान नहीं माने। इस दौरान पुलिस से किसानों से हल्की झड़प भी हो गई। फिर भी एडीसीपी किसानों को समझा-बुझाकर हरौला के बारातघर में ही रोक लिया। जहां एसीईओ ने किसानों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं जानी। एसीईओ ने जल्द ही सभी समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन दिया है।
किसान एकता संघ के नेतृत्व में सोमवार को किसानों ने प्रदर्शन किया। किसान दोपहर करीब 12 बजे हरौला बारात घर में इकठ्ठा हुए और नोएडा प्राधिकरण की ओर जाने लगे। इसी दौरान पुलिस ने उनको वहीं रोक लिया। एडीसीपी रणविजय ने किसानों से बातचीत कर ओएसडी अविनाश त्रिपाठी और तहसीलदार राजीव मोहन सक्सेना को वहीं बुलवा लिया। इसके बाद किसानों का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड रूम में पहुंचा और वहां एसीईओ प्रवीण मिश्रा से मुलाकात की।
किसानों की मांग सुनकर एसीईओ ने दिया आश्वासन
किसानों ने मांग रखी कि प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के तहत नोएडा के गांवों का आबादी का निस्तारण किया जाए, ग्रेटर नोएडा व यमुना विकास प्राधिकरण की तर्ज पर नोएडा के किसानों एवं मूल ग्रामीणों को औद्योगिक इकाइयों, नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन व प्राधिकरण में 50 प्रतिशत कोटा निर्धारित कर नौकरी दिलाई जाए, औद्योगिक भूखंड आवंटन स्कीम में ग्रामीणों को 17.5 प्रतिशत का कोटा निर्धारित कर 200 से 500 मीटर तक के औद्योगिक भूखंड आवंटित किए जाएं, गांवों के पास खाली पड़ी भूमि व भूखंड में ग्रामीणों के लिए खेल का मैदान, पार्क, डिस्पेंसरी, लाइब्रेरी आदि का निर्माण कराया जाए, सभी प्राइवेट स्कूलों में ग्रामीण बच्चों का दाखिला व सभी प्राइवेट अस्पतालों में प्राधिकरण की लीज डीड के अनुसार ग्रामीणों का इलाज निर्धारित कोटे के तहत मुफ्त में किया जाए। एसीईओ ने संबंधित मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया।
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