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9 मसाला कंपनियों पर मारा छापा, रसोई मसालों के लिए नमूने

9 मसाला कंपनियों पर मारा छापा, रसोई मसालों के लिए नमूने

अमर सैनी

नोएडा। फूड डिपार्टमेंट ने 9 रसोई मसाला निर्माता कंपनियों से मसालों के नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिये हैं। जहां मसालों में मुख्य रूप से एथिलीन ऑक्साइड कीटनाशक का परीक्षण किया जाएगा।हांगकांग और सिंगापुर में कुछ भारतीय मसालों पर प्रतिबंध के बाद सरकार के आदेश पर विभाग ने जांच की है।
बता दें कि हाल ही में हांगकांग और सिंगापुर ने भारत के कुछ रसोई मसालों पर प्रतिबंध लगा दिया था। वहां की सरकार ने दावा किया है कि मसालों में कैंसर पैदा करने वाले तत्व मौजूद होते हैं। जबकि ऑस्ट्रेलिया ने मसालों की जांच की थी। इस घटना के बाद राज्य सरकार ने मसालों की जांच के आदेश भी दिए थे। गौतमबुद्ध नगर के खाद्य विभाग ने मसाला निर्माता कंपनियों की जांच के लिए अभियान चलाया है। नोएडा और ग्रेनो में कुल 9 कंपनियों की जांच की गई। जांच के दौरान इन कंपनियों से धनिया, मिर्च, हल्दी और सब्जी मसालों समेत अन्य के 10 नमूने लिए गए। अधिकारियों का कहना है कि मसाले के नमूनों की जांच रिपोर्ट जल्द आ जाएगी। जिसे शासन को भेजा जाएगा।

एथिलीन ऑक्साइड कीटनाशक का किया यूज
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मसालों को खराब होने से बचाने के लिए एथिलीन ऑक्साइड कीटनाशक का उपयोग किया जाता है, लेकिन यह गलत है। इसके प्रयोग की अनुमति नहीं है। यह कीटनाशक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। लंबे समय तक इन मसालों का सेवन करने से कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इन मसाला निर्माताओं के मसालों की जांच की जाएगी।

इन पर की छापेमारी
-ऋषिका फ्लोर मिल ग्रेनो वेस्ट के गौर सिटी-2 में ऐश्वर्याम मार्ट में स्थित है।
-नोएडा सेक्टर-69 स्थित पार्श्वनाथ इंटरप्राइजेज
-नोएडा सेक्टर-63 स्थित राकेश मसाला प्राइवेट लिमिटेड।
-नोएडा सेक्टर-63 स्थित जूही एसेंस फ्रेगरेंस
-जैन सुध फ्लेवर्स सेक्टर-4, ग्रेनो वेस्ट में स्थित है
-आरएसके फूड्स एंड स्पाइसेस प्रा. लिमिटेड, धूममानिकपुर दादरी।
-दनकौर मीरजापुर रोड स्थित गुरु द्रोण फूड्स प्राइवेट लिमिटेड।
-संयुक्ति एग्रो फूड्स नोएडा सेक्टर-69 में स्थित है
– एक्वा-निहोरा सॉल्यूशन प्रा. लिमिटेड, नोएडा सेक्टर-8

जांच रिपोर्ट आने के बाद होगी कार्रवाई
फूड डिपार्टमेंट अधिकारी अर्चना धीरन ने बताया कि शासन के आदेश पर मसाला निर्माता कंपनियों की जांच के लिए एक से 11 मई के बीच अभियान चलाया गया था। कंपनियों से विभिन्न मसालों के 10 नमूने प्रयोगशाला भेजे गए हैं। यदि जांच रिपोर्ट में कोई अनियमितता पाई गई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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