कुख्यात वाहन चोर साथी सहित गिरफ्तार, 12 कारे बरामद,80 चोरी के मामलों में शामिल था आरोपी
कुख्यात वाहन चोर साथी सहित गिरफ्तार, 12 कारे बरामद,80 चोरी के मामलों में शामिल था आरोपी
रिपोर्ट: राकेश रावत
साउथ-ईस्ट जिले की पुलिस ने एक कुख्यात वाहन चोर को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी वाहन चोरी के 80 से ज्यादा मामलों में शामिल रहा है। आरोपी की पहचान कुणाल उर्फ तनुज उर्फ़ तरुण उर्फ़ विजय के रूप में हुई है। पुलिस ने इसके साथ दो रिसीवर को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 12 कारें बरामद की है।
साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी ईशा पाण्डे ने बताया कि जिले में सक्रिय ऑटो लिफ्टरों को पकड़ने के लिए एक टीम गठित की गयी थी। पुलिस टीम को जाँच के दौरान एक गुप्त सूचना मिली कि ऑटो लिफ्टिंग में शामिल दो व्यक्ति अपने दोस्तों से मिलने के लिए एमबी रोड के पास आएंगे। सूचना पर पुलिस टीम ने एमबी रोड के पास जाल बिछाया। रात में संगम विहार की ओर से एक कार आती दिखी। पुलिस टीम ने कार को रोका और दोनों लोगों को पकड़ लिया। पूछताछ करने पर उसकी पहचान कुणाल उर्फ़ तनुज उर्फ़ तरुण उर्फ़ विजय और सुहैल उर्फ़ जाना के रूप में हुई। इनके कब्जे से 11 चोरी की कारें, सात नकली नंबर प्लेट, एक इलेक्ट्रॉनिक पैड, एक डोंगल और कारों को चोरी करने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद हुए। उसके साथी आदिल इरशाद भट्ट निवासी श्रीनगर को भी गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी निशानदेही पर उनके कब्जे से चोरी की दस अन्य कारें बरामद की गईं। मामले की आगे की जांच जारी है।
पूछताछ के दौरान आरोपी कुणाल ने खुलासा किया कि वह दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से अपने साथियों के साथ कार चोरी करता था। गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने कई प्लास्टिक सर्जरी करायी। उसने चोरी की कारों को रिसीवर सुहैल और आदिल इरशाद को दिया था। ये गिरोह वाहनों के कागज बनाकर स्क्रैप डीलरों के माध्यम से उच्च दर पर कारों को खरीदा जाता था। गिरोह का सदस्य एक ही रंग के वाहन को निशाना बनाता था और इन वाहनों को चुरा लेता था। एक बार वाहन के चोरी हो जाने के बाद विशेषज्ञ जालसाजों की एक टीम चोरी किए गए वाहन के मूल इंजन नंबर और चेसिस नंबर को बदल दिया जाता था। ये गिरोह चोरी की कारों पर पुरानी कारों का इंजन नंबर और चेसिस नंबर डालकर तैयार किया जाता है। इस तरह चोरी हुए वाहनों को असली वाहन की पहचान दी जाती थी।
गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि गिरोह के सदस्य चोरी के वाहन को बिचौलिए के जरिए जम्मू कश्मीर और उड़ीसा में ले जाते थे| सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद कार को खुले बाजार में ऊंचे दामों पर बेचकर अच्छा खासा पैसा कमाते थे। आरोपी कुणाल ने 5वीं तक पढ़ाई की है। वह अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए बुरी संगत में पड़ गया। फिर उसने कार चोरी करना शुरू कर दिया और ऑटो लिफ्टरों के अंतरराज्यीय गिरोह का सदस्य बन गया। पुलिस को उसके कब्जे से ग्यारह चोरी की कारें, सात फर्जी नंबर प्लेट, एक इलेक्ट्रॉनिक पैड और एक डोंगल और कार चोरी करने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद हुए है। पुलिस अब उनके सहयोगियों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है और आगे की जांच शुरू कर दी है।
Comments are closed.