ओरैया : गरीब के घर पहुँचा गाड़ी का टैक्स बाकी का नोटिस 17 साल के बेटे के नाम घर में साइकिल के अलावा कुछ भी नहीं
रिपोर्ट : जाहिद अख्तर
हमेशा आपने कार चालक को बिना सीट बेल्ट के लिए चालान, बाइक सवार को बिना हेलमेट के लिए चालान कटते हुए सुना होगा, लेकिन साइकिल चलाने पर भी किसी का चालान कट सकता है ऐसा आपने नहीं सुना होगा उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसे सभी को हैरान कर दिया है. यहां एक साइकिल चलाने वाले युवक के पास आरटीओ (RTO) ने रोड टैक्स का 1.51 लाख रुपये अदा करने का नोटिस भेज दिया है घटना दिबियापुर के सेहुद गांव का है. जहां गांव निवासी सुधीर के पिता सुरेश चंद्र एक धर्मशाले में चौकीदारी करते हैं उनका परिवार साधारण से घर में रहता है और माता-पिता पर ही आश्रित है. युवक और उसके पिता दोनों ही एक ही साइकिल चलाकर काम पर आते जाते हैं. युवक के घर में न तो किसी के पास कार है और न ही बाइक, लेकिन एआरटीओ ने उसे 1,51,140 रुपये रोड टैक्स अदा करने के लिए नोटिस भेज दिया है।
मोटर व्हीकल एक्ट के तहत नोटिस जारी
इसके बाद परिवार में खलबली मच गई है जब ग्रामीणों की इस बात की जानकारी हुई तो वे भी हैरान हो गए. कि आखिर एक साइकिल सवार का लाखों में चलान कैसे कट सकता है ? बता दें, नोटिस में जून 2012 से सितंबर 2021 तक का मोटर व्हीकल टैक्स अदा करने की बात कही गई है. एआरटीओ औरैया ने 16 सितंबर को मोटर व्हीकल एक्ट के तहत यह नोटिस जारी किया था जो दो दिन पहले डाक के जरिए सुरेश चंद्र को मिला नोटिस अंग्रेजी में लिखे होने के कारण सुरेश ने जब पड़ोसियों से नोटिस पढ़वाया तो कार का टैक्स जमा न करने को लेकर उनके 17 वर्षीय बेटे सुधीर पर जुर्माना लगने की बात सामने आई जिससे हर कोई दंग रह गया सुरेश ने बताया कि उनके पास सिर्फ साइकिल है. बेटे के पास वो भी नहीं है इस मामले बात जब आगे बढ़ी तो एआरटीओ प्रशासन अशोक कुमार ने बताया कि ऐसा होना नहीं चाहिए फिर भी यदि नोटिस मिला है तो कोई गलती संभव है पूरे मामले को संज्ञान में लेकर सही से जांच कराई जाएगी साथ ही दोषी के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
Up79B2535 का टैक्स 2012 से लगभग डेढ़ लाख बकाया
अब एआरटीओ साहब क्या कह रहे अशोक एआरटीओ औरैया, इस मामले को गंभीरता से लेने की बात कह रहे हैं साहब Up79B2535 इसका टैक्स 2012 से लगभग डेढ़ लाख बकाया है।इसके मालिक का नाम सुधीर कुमार पिता जी का नाम सुरेश कुमार हो है।वह इस मोहल्ले के हो जो कि मोहल्ले में मकान नम्बर होता नहीं। उसमें एक नाम के दो व्यक्ति हो सकते हैं।और वहां वह दे आया होगा यह हमारे पास आ जाए और क्लेरिफिकेशन हो जाएगा।उनके साथ अगर कोई प्रॉब्लम रही है।
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