पीएसी के रिटायर्ड दरोगा से लाखों रुपए ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार

-विभिन्न सरकारी विभाग का अधिकारी बनकर करता था ठगी

अभिषेक ब्याहुत/ अमर सैनी

नोएडा। पीएसी के रिटायर्ड दरोगा की पेंशन शुरु कराने का झांसा देकर 31 लाख से ज्यादा रुपए ठगने वाले जालसाज को थाना साइबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी पंजाब में अपनी लोहे की फैक्ट्री में बैठकर देशभर के लोगों को विभिन्न सरकारी विभाग का अधिकारी बनकर ठग रहा था। उसने दरोगा के साथ ट्रेजरी अधिकारी बनकर ठगी की थी।

थाना साइबर क्राइम प्रभारी रीता यादव ने बताया कि मूलरूप से बागपत निवासी रविंद्र शर्मा पीएसी से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर हैं। वह 31 मार्च 2020 को रिटायर्ड हुए थे। एक ठग ने जून 2021 में रविंद्र शर्मा के मोबाइल पर कॉल की थी। जालसाज ने खुद को ट्रेजरी कार्यालय में तैनात अधिकारी बताया। उसने पीडि़त को ज्वाइनिंग से लेकर रिटायरमेंट और परिवार की पूरी जानकारी बताई थी। फिर उनके खाते में जमा पैसों की जानकारी भी दे दी थी। आरोपी ने ऑनलाइन वेरिफिकेशन के नाम पर पीडि़त से बैंक डिटेल और एटीएम कार्ड की डिटेल ले ली थी। इसके बाद जालसाज ने रविंद्र के खाते से मोबाइल ऐप के जरिए 31 लाख 10 हजार 490 रुपए निकाल लिये थे। इसको लेकर पीडि़त ने साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया था। अब पुलिस ने ठगी करने वाले आरोपी को पंजाब से शुक्रवार रात को गिरफ्तार किया। उसकी पहचान शमशेर अली निवासी बिहार के रूप में हुई है।

 

फैक्ट्री की आड़ में बेटों के साथ कर रहा था ठगी

पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि शमशेर की पंजाब में लोहे दरवाजे, खिडक़ी सहित अन्य सामान बनाने की फैक्ट्री है। यहां से ही जालसाज देशभर के लोगों से संपर्क कर ठगी कर रहा था। इस धंधे में उसके दो बेटे भी शामिल हैं। उसके दोनों बेटे जालसाजी के मामले में जेल में बंद है।

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