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सीएसआर के फंंड से होगी लावारिस कुत्तों की नसबंदी

सीएसआर के फंंड से होगी लावारिस कुत्तों की नसबंदी

अभिषेक ब्याहुत

नोएडा। ग्रेनो प्राधिकरण ने शहर के लावारिस कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण के लिए एचसीएल फाउंडेशन के साथ करार किया है। पहले चरण में स्वर्णनगरी, सेक्टर-36, सेक्टर-37, सिग्मा वन, दो, तीन और चार, ओमीक्राॅन-वन, सेक्टर म्यू-वन, पाई-वन और पाई दो में 600 कुत्तों की नसबंदी की जाएगी। यह चरण 31 मार्च तक समाप्त करके डॉग को जहां से उठाया जाएगा वहीं पर छोड़ा जाएगा।

मुख्य कार्यपालक अधिकरी रवि कुमार एनजी ने बताया कि शहर में बढ़ते लावारिस कुत्तों के लिए कोई संस्था टीकाकरण और बधियाकरण नहीं कर रही थी। इसके लिए दो माह से प्रयास किया जा रहा था और अब जाकर सफल हुआ है। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में सेक्टरों और सोसाइटियों में भी नसबंदी अभियान चलाया जाएगा। स्वर्णनगरी में बने नसबंदी केंद्र को और आधुनिक बनाया जाएगा। उसमें ऑपरेशन थिएटर में कुछ और सुविधाएं दी जाएंगी। नसबंदी के बाद पांच दिन तक कुत्तों को वहां पर रखा जाएगा और उनको एंटी रेबीज का टीका भी लगाया जाएगा। उसके बाद उन्हें जहां से लाया गया था, वहीं पर वापस छोड़ दिया जाएगा। यह अभियान निशुल्क रहेगा।सीईओ ने बताया कि प्राधिकरण ने एचसीएल फाउंडेशन के साथ करार किया है और ग्रेटर नोएडा में यह फाउंडेशन ही कुत्तों की नसबंदी करेगा। बृहस्पतिवार को हुए एमओयू के दौरान सीईओ रवि कुमार एनजी, एसीईओ मेधा रूपम और एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण करने के बाद एचसीएल फाउंडेशन की ओर से कुत्तों को पट्टा पहनाया जाएगा। इससे उन कुत्तों की पहचान हो सकेगी।

एक साल पहले बनी डॉग पाॅलिसी नहीं हुई लागू

नोएडा प्राधिकरण की तर्ज पर ग्रेटर नोएडा में एक साल पहले लाखों रुपये खर्च करके डॉग पाॅलिसी और एप तैयार किया गया। लेकिन सब कुछ तैयार होने के बावजूद आज तक उसे लागू नहीं किया जा सका है। जबकि प्राधिकरण की ओर से केवल एप बनाकर उस पर रजिस्ट्रेशन कराए जाने थे। मगर एक साल में न तो पालिसी को लागू किया जा सका और न ही एप शुरू हो पाया।

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