भारत

ईपी से बात करते समय मशीन से कटा युवक का हाथ, डॉक्टरों ने जोड़ा

- करीब आठ घंटे की जटिल सर्जरी के बाद शरीर में खून का प्रवाह और अहसास कराने वाली नसों को जोड़ने में मिली कामयाबी

नई दिल्ली, 19 अप्रैल ( टॉप स्टोरी न्यूज़ नेटवर्क): काम करते समय कान में ईयर फोन (ईपी) लगाकर बात करना एक युवक के लिए तब मुसीबत बन गया जब उसका हाथ मशीन में आकर कट गया। गनीमत यह रही कि घायल युवक को एक बड़े और निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाने से वह जीवन भर के लिए दिव्यांग होने से बच गया। 8 घंटे की जटिल प्लास्टिक सर्जरी के बाद डॉक्टर युवक का कटा हुआ हाथ जोड़ने में सफल रहे।

राजधानी दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के मुताबिक दिल्ली का रहने वाला अशोक बवाना स्थित एक वायर कटिंग फैक्ट्री में काम करता था। जब वह मशीन पर काम कर रहा था, उस दौरान अशोक ईयर फोन पर बात कर रहा था। तभी अचानक उसका हाथ मशीन में आ गया और पूरी तरह से कट गया। डॉक्टर ने बताया कि घटना करीब दोपहर बाद 3.30 बजे की है और अस्पताल में मरीज करीब शाम 7 बजे पहुंचा था। मरीज की जांच करने के बाद 5 दिन तक मॉनिटर किया गया, उसके बाद सर्जरी करने का निर्णय लिया गया। इसमें खून का प्रवाह और अहसास कराने वाली नसों को जोड़ना काफी जटिल प्रक्रिया थी।

गंगाराम अस्पताल के एसोसिएट कंसलटेंट और प्लास्टिक एंड कॉस्मेटिक सर्जरी विभाग के डॉ निखिल झुनझुनवाला ने बताया यह एक जटिल और दुर्लभ सर्जरी थी। दुर्घटना के दौरान कटी हुई टूटी हुई हड्डियों, टेंडन, धमनियों और नसों को फिर से जोड़ना एक जटिल सर्जरी थी। उन्होंने अपने साथी रेजिडेंट सर्जन डॉ गौरव सिवास की मदद से प्रक्रिया की जटिलताओं को कुशलतापूर्वक प्रबंधित किया और सटीक देखभाल और विस्तार पर ध्यान दिया। इस दौरान प्लास्टिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ महेश मंगल का मार्गदर्शन और ज्ञान सर्जरी को सफल बनाने में मददगार रहा।

हादसे में कटे अंग को अस्पताल जरुर लाएं
डॉ झुनझुनवाला ने कहा, अगर किसी के साथ कोई दुर्घटना हो जाती है और उसमें शरीर का अंग कट जाता है ताे उसे ढूंढ कर अपने साथ अस्पताल जरुर लेकर आएं। संभव हो तो उस अंग को तुरंत आईस में पैक कर दें। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसा देखा गया है कि किसी का कोई अंग कट जाता है तो वह उसे वहीं छोड़कर अस्पताल पहुंच जाता है।

मोबाइल फोन पर बात करते समय बरतें सावधानी
डॉ झुनझुनवाला ने कहा, आजकल लोग कान में ईयर फोन लगाकर बात करने या गाने सुनने में इतना मशगूल हो जाते हैं कि सड़क या रेल की पटरी पार करते समय, मशीन पर काम करते समय, ड्राइविंग करते समय या फिर कोई अन्य काम करते समय दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं जिसके चलते उन्हें अंग- भंग से लेकर मौत तक का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि आज के समय में मोबाइल फोन जरुरी है, लेकिन इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button