तीसरी लहर से निपटने के लिए बनाये जा रहें हैं पीएसए प्लांट, आईसीयू और वेंटिलेटर बेड : जैन

-दिल्ली सरकार ने दूसरी लहर के अनुभव से सीख ली है और किसी भी संभावित लहर से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रही है: सत्येंद्र जैन

नई दिल्ली। भारतीय वाणिज्य एंव उद्योग मंडल (एसोचैम) की ओर से आयोजित एक वर्चुअल सत्र में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। यह सत्र दिल्ली सरकार की कोविड -19 की तीसरी लहर से मुकाबला करने की तैयारियां पर केंद्रित था, जिसमें वरिष्ठ डॉक्टरों ने भी भाग लिया। सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार ने दूसरी लहर के अनुभव से सीख ली है और किसी भी संभावित लहर से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रही है।

उन्होंने आगे कहा कि तीसरी लहर से निपटने के लिए दिल्ली के बुनियादी स्वास्थ्य ढांचे में बदलाव किया जा रहा है और बड़ी तादाद में पीएसए प्लांट, आईसीयू और वेंटिलेटर बेड बनाये जा रहे हैं। इसके अलावा, सत्येंद्र जैन कहा कि दिल्ली सरकार बुरे से बुरे हालातों से निपटने के लिए तैयारी कर रही है। उन्होंने आगे बताया कि कोविड की लहर से निपटने के लिए दिल्ली सरकार 37,000 से अधिक बेड बना रही है।

प्रतिष्ठित पैनलिस्टों ने इस मामले पर अपनी बहुमूल्य राय दी और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से दिल्ली सरकार की कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों के बारे में चर्चा की। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, “सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं और बुनियादी स्वास्थ्य ढांचे को अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ाया जा रहा है। दिल्ली सरकार 37,000 से अधिक कोविड के लिए बेड बना रही है।” उन्होंने प्रेशर स्विंग एडसोर्पशन (पीएसए) संयंत्रों और लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) सुविधाओं के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न सब्सिडी योजनाओं के बारे में भी बताया।

सत्येंद्र जैन ने कोविड के प्रसार की रोकथाम के लिए सतर्कता बरतने और कोविड के उचित व्यवहार का पालन करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हमने कोविड की अगली लहर के खिलाफ अपनी योजना को भी सार्वजनिक किया है। अगर कोविड की सकारात्मकता दर अब 5 प्रतिशत तक जाती है तो हम बिना किसी देरी के तत्काल लॉकडाउन के लिए जाएंगे।”

कोविड की दूसरी लहर के बारे में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, “हमें सिर्फ ऑक्सीजन और इसे प्राप्त करने के लिए लॉजिस्टिक की कमी की वजह से चुनौतयों का सामना करना पड़ा, लेकिन अब हमने 50 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट पहले ही बना दिए हैं, इसके आलावा और भी कई ऑक्सीजन प्लांट बनाए जाएंगे ताकि ऐसी समस्या का फिर से न उठे।”

सत्येंद्र जैन ने डॉक्टरों से अस्थायी अस्पतालों के बारे में भी चर्चा की, जो कोविड की दूसरी लहर के दौरान बनाए गए थे। उन्होंने कहा, “छतरपुर, संत निरंकारी कॉलोनी, रामलीला मैदान में बनाए गए अस्थायी अस्पतालों को अब आईसीयू और वेंटिलेटर से लैस किया जा रहा है जिनकी संख्या 1200 से अधिक है।” इसके अलावा, दिल्ली सरकार अधिक चिकित्सा कर्मचारियों और विभिन्न धाराओं से संबंधित डॉक्टरों को भी प्रशिक्षण दे रही है।

टीकाकरण अभियान पर सत्येंद्र जैन ने कहा, “दिल्ली में कोरोना के 1 करोड़ डोज़ लगाये जा चुके हैं। हमारे पास हर दिन 3 से 4 लाख डोज़ लगाने की क्षमता है, बशर्ते हमें आवश्यक टीके मिल जाएं।” मंच के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील भी की क्योंकि वायरस अभी भी हमारे बीच मौजूद है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, “यूके और यूएस में मामले फिर से बढ़ रहे हैं, इसलिए हमें इस समय इससे ध्यान नहीं हटाना चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई तीसरी लहर न आए, सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं और अगर तीसरी लहर आती है तो हमें बुरे से बुरे हालातों से निपटने के लिए भी तैयार रहना होगा।”

दिल्ली सरकार कोविड-19 से लोगों की जान बचाने के लिए अपने प्रयास में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, “75,000 टेस्ट हर दिन किए जा रहे हैं और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए आक्रामक रूप से कांटेक्ट ट्रेसिंग भी की जा रही है। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने उद्योग जगत से लेकर नागरिक समाज के सभी सदस्यों का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने घातक दूसरी लहर से लड़ने में दिल्ली सरकार की मदद की।

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