आज का अध्यात्म ज्ञान: प्रपंच से सृजित इस संसार को सत्य मान लेना सबसे बड़ी भूल : आचार्य निराला महाराज

आज का अध्यात्म ज्ञान: प्रपंच से सृजित इस संसार को सत्य मान लेना सबसे बड़ी भूल : आचार्य निराला महाराज

व्यास- आचार्य निराला महाराज

फर्रुखाबाद-उ० प्र०: प्रपंच से सृजित इस संसार या शरीर को सत्य अथवा अपना मान लेना ही मानव मात्र की सबसे बड़ी भूल है। सत्य शाश्वत है। मायामय जगत में किसी की झूठी प्रभुता पर विश्वास न करो। प्रभुता ईश्वर की सत्ता का नाम है। सत्य साधना की कसौटी पर सही उतरे वही यर्थाथ में प्रभुता है। इसीलिए सत्य को धर्म कहा गया है, धर्म को अपने मे धारण रखना ही भगवद्शरण है।

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