आज का अध्यात्म ज्ञान: मानव जीवन में भय एवं चिन्ता के लिए कोई स्थान नहीं-आचार्य निराला जी महाराज

आज का अध्यात्म ज्ञान: मानव जीवन में भय एवं चिन्ता के लिए कोई स्थान नहीं-आचार्य निराला जी महाराज

व्यास- आचार्य निराला जी महाराज

फर्रुखाबाद – उत्तरप्रदेश: मानव जीवन में भय एवं चिन्ता के लिए कोई स्थान नहीं है। कर्म के द्वारा ही जनम, मरण, सुख, दुख, भय- ‘कुशलता प्राप्त होती है। कर्म मूल है मानव जीवन में भूल का कोई स्थान नही, कर्म का क्रियान्वन विवेक पर निर्भर है। विवेक सत्संग में सुलभ होता है। सत्संग भगवद् कृपा से मिलता है अत: संसार में रहते हुए भी अनवरत भगवान का स्मरण बनाये रखना चाहिए। भगवान की शरणागति सद्‌गति प्रदान करती है। भय और चिन्ता, भगवान चिन्तन से’ निष्प्रभाव हो जाते हैं और प्राणी स्वभाव में भाव पूरित होकर सानन्द जीवन यापन कर परमात्मा का प्रिय बन जाता है।

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