प्रचंड हुआ ‘फैनी’, 11 जिलों में हटाई आचार संहिता
तूफान की गति 205 किलोमीटर होने की आशंका, स्कूल कॉलेज बंद
नई दिल्ली। समुद्र में उठने वाला तूफान फैनी ने प्रचंड रूप अख्तियार कर लिया है। शुक्रवार की दोपहर तक ओडिशा के तट गोपालपुर और चांदबली के बीच से गुजरने की आशंका है। मौसम विभाग ने पूरे राज्य में यलो वॉर्निंग जारी की है। फैनी के मद्देनजर चुनाव आयोग ने उड़ीसा के 11 जिलों में राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के मकसद से आचार संहिता हटा ली है।
आपात स्थितियों से निपटने के लिए देश की शीर्ष संस्था राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने चक्रवाती तूफान से पैदा होने वाली स्थिति से निपटने के लिए राज्यों और केंद्र सरकार के संबंधित विभागों की तैयारी की समीक्षा की। एनडीआरएफ ने आंध्र प्रदेश में 41 टीम, ओडिशा में 28 और पश्चिम बंगाल में पांच टीम तैनात की है।
ओडिशा तट से टकराते वक्त फैनी की रफ्तार 175 से 185 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। यह रफ्तार 205 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। बौध, कालाहांडी, संबलपुर, देवगढ़ और सुंदरगढ़ समेत कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश होने की आशंका है। इस बीच ओडिशा में अलर्ट जारी करते हुए स्कूल-कॉलेजों की दो मई तक छुट्टी कर दी गई है।
मौसम विभाग ने इन राज्यों के तटीय इलाके को खाली करने का सुझाव दिया है। मौसम विभाग ने मछुआरों को गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी है। खासकर 2 मई से 4 मई के बीच।
फैनी की गंभीरता को देखते हुए चुनाव आयोग ने ओडिशा के पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, बालासोर, मयूरभंज, गजपति, गंजम, खोरधा, कटक और जाजपुर जिलों से आचार संहिता हटा ली है, ताकि राहत और बचाव कार्य में किसी तरह की कोई बाधा न आए। राज्य सरकार ने आयोग से इस संबंध में प्रस्ताव रखा था। मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी प्रभाग का कहना है कि फिलहाल फैनी पुरी से 760 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम से 560 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में है।
फैनी की आशंका को देखते हुए केंद्र ने चार राज्यों को 1086 करोड़ रुपये का अग्रिम फंड जारी किया है, ताकि आपातकालीन परिस्थितियों से निपटा जा सके। नौसेना भी हाईअलर्ट पर है। फैनी को पिछले साल आए तितली तूफान से भी ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है। तितली तूफान में 60 लोगों की मौत हुई थी।