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मेट्रो हॉस्पिटल में खुला ब्रेन ट्यूमर और मूवमेंट डिसऑर्डर क्लिनिक

- शुक्रवार और शनिवार को होगा इलाज, डॉक्टरों ने लोगों को किया जागरूक

अमर सैनी

नोएडा। मेट्रो हॉस्पिटल नोएडा ने हेडेक क्लिनिक के बाद अब ब्रेन ट्यूमर और दिमाग से जुड़े अन्य विकार के लिए क्लिनिक शुरू किए है। ये क्लिनिक हर शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक और हर शनिवार दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगा। लॉन्च इवेंट के साथ ही यहां एक अवेयरनेस सेशन भी रखा गया। जिसमें मेट्रो हॉस्पिटल के कई डॉक्टर शामिल हुए।

इस नए क्लिनिक में उन मरीजों को देखा जाएगा जो न्यूरोलॉजी की अलग-अलग समस्याओं जैसे पार्किंसन डिजीज, एसेंशियल ट्रेमर, डिस्टोनिया, हेमीफेशियल स्पैज़म और ब्रेन ट्यूमर होता है। मूवमेंट में समस्या वाली पार्किंसन डिजीज कई तरह की चुनौतियां पेश करती है। मोटर फंक्शन पर प्रभाव यानी मसल्स को कंट्रोल करने वाले फंक्शन पर प्रभाव, संतुलन और क्वालिटी ऑफ लाइफ जैसी परेशानियां होती हैं। मरीजों को आमतौर पर शॉक यानी झटके लगते हैं, कठोरता आ जाती है, ब्रैडीकिनेसिया (मूवमेंट सुस्त पड़ जाना) और पोस्टुरल अस्थिरता होती है।मेट्रो हॉस्पिटल नोएडा की डॉक्टर पूजा कुशवाहा ने कहा कि कपकपी और शरीर की अन्य अनैच्छिक गतिविधियां केवल उम्र बढ़ने के कारण नहीं होती हैं। वह जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उपलब्ध उपचार विकल्पों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर जोर देती हैं। समय पर दवाएं लक्षणों को काफी हद तक कम कर सकती हैं, जिससे सटीक निदान और अन्य संभावित कारणों को दूर करने के लिए न्यूमेरोलॉजिस्ट से शीघ्र परामर्श महत्वपूर्ण हो जाता है। डॉक्टर आकाश मिश्रा ने कहा कि ब्रेन ट्यूमर एक महत्वपूर्ण चिकित्सा चुनौती है। जिसके लक्षण आकार, स्थान और विकास दर जैसे कारणों के आधार पर अलग होते हैं। सिरदर्द, दौरे, संज्ञात्मक नुकसान और मोटर नुकसान सहित ये लक्षण, रोगियों के जीवन को बहुत बाधित कर सकते हैं और इस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। डॉ. मिश्रा ने समर्पित क्लिनिक के लॉन्च के माध्यम से त्वरित हस्तक्षेप के महत्व पर प्रकाश डालते हुए जनता से लगातार सिरदर्द के लक्षणों को नजर अंदाज न करने का आग्रह किया।

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